क्या आप जानती हैं कि महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल कब करना चाहिए? आपको बता दें कि इन गोलियों का इस्तेमाल केवल उस दौरान ही करना चाहिए, जब यौन संबंध बनाते समय किसी भी तरह का प्रोटेक्शन लेना भूल जाते हैं। एक सवाल अक्सर महिलाओं को परेशान करता है कि क्या गर्भनिरोधक गोलियां लेने के बाद भी प्रेगनेंसी का खतरा रहता है? आपको बता दें कि ये कोई स्थायी समाधान नहीं होता है। दिल्ली स्थित एडवांस फर्टिलिटी एंड गाइनोकोलोजिस्ट सेंटर की डायरेक्टर और इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर काबेरी बनर्जी आपको गर्भनिरोधक गोलियों से संबंधित ऐसे ही चार बड़े सवालों को जवाब दे रही हैं।
1) क्या गर्भनिरोधक गोलियों से फर्टिलिटी यानि प्रजनन क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है?
गर्भनिरोधक गोलियां लॉन्ग टर्म फर्टिलिटी को प्रभावित नहीं करती हैं। हालांकि इस दावा का अनुचित और लगातार उपयोग हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। गर्भनिरोधक गोलियां लेने के बाद अगर आपको इनमें से कोई समस्या होती है, तो आपको तुरंत गाइनोकोलोजिस्ट की सलाह लेनी चाहिए।
- अगर आपको रैशेज, खुजली, सांस लेने में परेशानी होती है, तो डॉक्टर से मिलें।
- ज्यादातर महिलाओं को अनुमानित तारीख से सात दिन के भीतर पीरियड्स हो सकते हैं। अगर आपको पीरियड्स नहीं हुए हैं, तो आपको इस संबंध में डॉक्टर से मिलना चाहिए।
- अगर आपको पेट के निचले हिस्से और पीठ में दर्द या ऐंठन हो, चक्कर आने लगे या फिर योनि से खून बहने लगे। यहां तक कि पीरियड्स के शुरू होने से पहले भी अगर इस तरह की समस्याएं हों तो, आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
- अगर आप पहले से ही किसी तरह की एंटीबायोटिक या एंटीएपलेप्टिक दवाएं ले रहे हैं, तो पहले आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।